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हड़काया भला , परकाया न भला

दीवाना उस शख़्स से बेहतर है जिस की बेइज़्ज़ती की गई हो ऐसा शख़्स सख़्त जानी दुश्मन होता है

न एक हँसता भला न एक रोता भला

न एक हँसता भला न एक रोता भला

अकेले कोई काम करना अच्छा नहीं

न एक हँसता भला न एक रोता भला

अकेले कोई काम करना अच्छा नहीं

न एक हँसता भला न एक रोता भला

टायर भला न लांगड़ा, रूख भला न झांगड़ा

लंगड़ी घोड़ी और कटीला पेड़ दोनों अच्छे नहीं होते

चातुर तो बैरी भला, मूर्ख भला न मीत

बुद्धिमान शत्रु मूर्ख दोस्त से अच्छा होता है इस लिए मूर्ख से दोस्ती नहीं करनी चाहिये

चातुर तो बैरी भला, मूर्ख भला न दोस्त

बुद्धिमान शत्रु मूर्ख दोस्त से अच्छा होता है इस लिए मूर्ख से दोस्ती नहीं करनी चाहिये

चातुर तो बैरी भला, मूरख भला न दोस्त

बुद्धिमान शत्रु मूर्ख दोस्त से अच्छा होता है इस लिए मूर्ख से दोस्ती नहीं करनी चाहिये

हँसता भला न रोता

न हँसी में अनुकूलता और न ग़म को प्रकट करने के समय अनुकूलता, न हँसता अच्छा मा'लूम हो न रोता अच्छा मा'लूम हो

अकेला हँसता भला न रोता

अकेले कोई काम करना अच्छा नहीं

साँसा भला न साँस का और बान भला न काँस का

चिंता थोड़ी देर की भी बड़ी होती है, मन की सेहत के लिए अच्छी नहीं होती

बाप भला न भैया, सब से भला रुपैया

व्यंगात्मक तौर पर पैसे की प्रशंसा में कहते हैं

बावा भला न भैया, सब से भला रुपैया

व्यंगात्मक तौर पर पैसे की प्रशंसा में कहते हैं

अकेला न रोता भला न हँसता

रुक : अकेला रोता भला ना हँसता भला

गूँगी जोरू भली, गूँगा नाड़ियल न भला

गूँगी पत्नी अच्छी है परंतु वो हुक़्क़ा नहीं अच्छा जिस में से गुड़गुड़ की आवाज़ न निकले, अर्थात किसी काम का नहीं

चलना भला न कोस का बेटी भली न एक, देना भला न बाप का जो प्रभु राखे टेक

चाहे पुत्री एक ही हो देना अथवा ऋण चाहे पिता ही का हो एवं सफ़र चाहे एक ही मील का हो तीनों बुरे

देना भला न बाप का बेटी भली न एक, चलन भला न कोस का जो साईं राखे टेक

चाहे पुत्री एक ही हो देना अथवा ऋण चाहे पिता ही का हो एवं सफ़र चाहे एक ही मील का हो तीनों बुरे

भला न होना

सेरी ना होना, फ़ायदा ना होना, कुछ हासिल ना होना

माँ पिसनहारी भली, बाप हफ़्त हज़ारी न भला

माँ का प्रेम बाप से अधिक होता है

गूँगी जोरू भली, गूँगा नारियल न भला

गूँगी पत्नी अच्छी है परंतु वो हुक़्क़ा नहीं अच्छा जिस में से गुड़गुड़ की आवाज़ न निकले, अर्थात किसी काम का नहीं

चातुर तो बैरी भला मूरख भला न मीत, साध कहें हैं मत करो को मूरख से प्रीत

बुद्धिमान शत्रु मूर्ख दोस्त से अच्छा होता है इस लिए मूर्ख से दोस्ती नहीं करनी चाहिये

अत का भला न बरसना, अत की भली न धुप, अत का भला न बोलना, अत की भली न चुप

हर चीज़ की बहुतात बुरी होती है, मध्य पथ बेहतर है, सरलाचार अच्छी चीज़ है

सब से भला खसोटा न नफ़ा' जाने न टूटा

डाकू और लुटेरे को न किसी के नफ़ा की परवाह न किसी के नुक़्सान से ग़रज़

देना भला न बाप का, बेटी भली न ऐक

चाहे पुत्री एक ही हो देना अथवा ऋण चाहे पिता ही का हो एवं सफ़र चाहे एक ही मील का हो तीनों बुरे

चलना भला न कोस का बेटी भली न एक, बेटी जब पैदा हुई मौला रक्खे नेक, देना भला न बाप का जो प्रभु रक्खे टेक

चाहे पुत्री एक ही हो देना अथवा ऋण चाहे पिता ही का हो एवं सफ़र चाहे एक ही मील का हो तीनों बुरे

सब से भला गोपी चंद न करे खेती न भरे डंड

आज़ाद आदमी अच्छा न कोई काम करे न नुक़्सान उठाए

सबसे भला खसोटा, न जाने नफ़' न जाने टोटा

क़ज़्ज़ाक़ को किसी के नफ़ा नुक़्सान की पर्वा नहीं होती

सबसे भला घसोटा, न जाने नफ़' न जाने टोटा

क़ज़्ज़ाक़ को किसी के नफ़ा नुक़्सान की पर्वा नहीं होती

मरना भला बदेस का जहाँ न अपना कोई

परदेस में मरना बेहतर है कि वहां कोई अपना नहीं होता जो अफ़सोस करे

मैं न समझूँ तो भला क्या कोई समझाए मुझे

ज़िद्दी आदमी के मुताल्लिक़ कहते हैं, आदमी ख़ुद ना समझना चाहे तो कोई नहीं समझा सकता

साझा भला न बाप का और ताव भला न ताप का

साझा चाहे अपने बाप का ही क्यों न हो अच्छा नहीं होता और ताव (गर्मी या रोब) चाहे बुख़ार का ही क्यों न हो वो भी भला नहीं, अर्थात न तो किसी का साझा करें और न किसी का ताव सहें

आगे नाथ न पीछे पगहा सबसे भला धोबी का गदहा

जिसके आगे-पीछे कोई न हो, जिसका अपना कोई न हो, असहाय, लावारिस, अकेला

बावा भला न भय्या सब से बड़ा रूपय्या

रूपये का महत्त्व संसार में सभी चीज़ों से बढ़ कर है

बावा भला न भय्या सब से बड़ा रूपय्या

रूपये का महत्त्व संसार में सभी चीज़ों से बढ़ कर है

वो राजा मरता भला जिसमें न्याव न हो, मरी भली वो स्त्री लाज न राखे जो

अन्याय करने वाला राजा और निर्लज्ज स्त्री का मर जाना बेहतर है

भला जो चाहे आप का देना न रखे बाप का

क़र्ज़ की मुज़म्मत है अपनी भलाई चाहते हो तो बाप का भी क़र्ज़ा अदा करो

झूट चाहे भेस सच कहे में नंगा भला

झूट बोलने वाले को बहुत सी बातें बनानी पड़ती हैं, सच्चा साफ़ बात कह देता है

हिन्दी, इंग्लिश और उर्दू में हड़काया भला , परकाया न भला के अर्थदेखिए

हड़काया भला , परकाया न भला

ha.Dkaayaa bhalaa , parkaayaa na bhalaaہَڑکایا بَھلا ، پَرکایا نَہ بَھلا

कहावत

हड़काया भला , परकाया न भला के हिंदी अर्थ

  • दीवाना उस शख़्स से बेहतर है जिस की बेइज़्ज़ती की गई हो ऐसा शख़्स सख़्त जानी दुश्मन होता है

ہَڑکایا بَھلا ، پَرکایا نَہ بَھلا کے اردو معانی

  • Roman
  • Urdu
  • دیوانہ اس شخص سے بہتر ہے جس کی بے عزتی کی گئی ہو ایسا شخص سخت جانی دشمن ہوتا ہے

Urdu meaning of ha.Dkaayaa bhalaa , parkaayaa na bhalaa

  • Roman
  • Urdu

  • diivaanaa us shaKhs se behtar hai jis kii be.izztii kii ga.ii ho a.isaa shaKhs saKht jaanii dushman hotaa hai

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हड़काया भला , परकाया न भला

दीवाना उस शख़्स से बेहतर है जिस की बेइज़्ज़ती की गई हो ऐसा शख़्स सख़्त जानी दुश्मन होता है

न एक हँसता भला न एक रोता भला

न एक हँसता भला न एक रोता भला

अकेले कोई काम करना अच्छा नहीं

न एक हँसता भला न एक रोता भला

अकेले कोई काम करना अच्छा नहीं

न एक हँसता भला न एक रोता भला

टायर भला न लांगड़ा, रूख भला न झांगड़ा

लंगड़ी घोड़ी और कटीला पेड़ दोनों अच्छे नहीं होते

चातुर तो बैरी भला, मूर्ख भला न मीत

बुद्धिमान शत्रु मूर्ख दोस्त से अच्छा होता है इस लिए मूर्ख से दोस्ती नहीं करनी चाहिये

चातुर तो बैरी भला, मूर्ख भला न दोस्त

बुद्धिमान शत्रु मूर्ख दोस्त से अच्छा होता है इस लिए मूर्ख से दोस्ती नहीं करनी चाहिये

चातुर तो बैरी भला, मूरख भला न दोस्त

बुद्धिमान शत्रु मूर्ख दोस्त से अच्छा होता है इस लिए मूर्ख से दोस्ती नहीं करनी चाहिये

हँसता भला न रोता

न हँसी में अनुकूलता और न ग़म को प्रकट करने के समय अनुकूलता, न हँसता अच्छा मा'लूम हो न रोता अच्छा मा'लूम हो

अकेला हँसता भला न रोता

अकेले कोई काम करना अच्छा नहीं

साँसा भला न साँस का और बान भला न काँस का

चिंता थोड़ी देर की भी बड़ी होती है, मन की सेहत के लिए अच्छी नहीं होती

बाप भला न भैया, सब से भला रुपैया

व्यंगात्मक तौर पर पैसे की प्रशंसा में कहते हैं

बावा भला न भैया, सब से भला रुपैया

व्यंगात्मक तौर पर पैसे की प्रशंसा में कहते हैं

अकेला न रोता भला न हँसता

रुक : अकेला रोता भला ना हँसता भला

गूँगी जोरू भली, गूँगा नाड़ियल न भला

गूँगी पत्नी अच्छी है परंतु वो हुक़्क़ा नहीं अच्छा जिस में से गुड़गुड़ की आवाज़ न निकले, अर्थात किसी काम का नहीं

चलना भला न कोस का बेटी भली न एक, देना भला न बाप का जो प्रभु राखे टेक

चाहे पुत्री एक ही हो देना अथवा ऋण चाहे पिता ही का हो एवं सफ़र चाहे एक ही मील का हो तीनों बुरे

देना भला न बाप का बेटी भली न एक, चलन भला न कोस का जो साईं राखे टेक

चाहे पुत्री एक ही हो देना अथवा ऋण चाहे पिता ही का हो एवं सफ़र चाहे एक ही मील का हो तीनों बुरे

भला न होना

सेरी ना होना, फ़ायदा ना होना, कुछ हासिल ना होना

माँ पिसनहारी भली, बाप हफ़्त हज़ारी न भला

माँ का प्रेम बाप से अधिक होता है

गूँगी जोरू भली, गूँगा नारियल न भला

गूँगी पत्नी अच्छी है परंतु वो हुक़्क़ा नहीं अच्छा जिस में से गुड़गुड़ की आवाज़ न निकले, अर्थात किसी काम का नहीं

चातुर तो बैरी भला मूरख भला न मीत, साध कहें हैं मत करो को मूरख से प्रीत

बुद्धिमान शत्रु मूर्ख दोस्त से अच्छा होता है इस लिए मूर्ख से दोस्ती नहीं करनी चाहिये

अत का भला न बरसना, अत की भली न धुप, अत का भला न बोलना, अत की भली न चुप

हर चीज़ की बहुतात बुरी होती है, मध्य पथ बेहतर है, सरलाचार अच्छी चीज़ है

सब से भला खसोटा न नफ़ा' जाने न टूटा

डाकू और लुटेरे को न किसी के नफ़ा की परवाह न किसी के नुक़्सान से ग़रज़

देना भला न बाप का, बेटी भली न ऐक

चाहे पुत्री एक ही हो देना अथवा ऋण चाहे पिता ही का हो एवं सफ़र चाहे एक ही मील का हो तीनों बुरे

चलना भला न कोस का बेटी भली न एक, बेटी जब पैदा हुई मौला रक्खे नेक, देना भला न बाप का जो प्रभु रक्खे टेक

चाहे पुत्री एक ही हो देना अथवा ऋण चाहे पिता ही का हो एवं सफ़र चाहे एक ही मील का हो तीनों बुरे

सब से भला गोपी चंद न करे खेती न भरे डंड

आज़ाद आदमी अच्छा न कोई काम करे न नुक़्सान उठाए

सबसे भला खसोटा, न जाने नफ़' न जाने टोटा

क़ज़्ज़ाक़ को किसी के नफ़ा नुक़्सान की पर्वा नहीं होती

सबसे भला घसोटा, न जाने नफ़' न जाने टोटा

क़ज़्ज़ाक़ को किसी के नफ़ा नुक़्सान की पर्वा नहीं होती

मरना भला बदेस का जहाँ न अपना कोई

परदेस में मरना बेहतर है कि वहां कोई अपना नहीं होता जो अफ़सोस करे

मैं न समझूँ तो भला क्या कोई समझाए मुझे

ज़िद्दी आदमी के मुताल्लिक़ कहते हैं, आदमी ख़ुद ना समझना चाहे तो कोई नहीं समझा सकता

साझा भला न बाप का और ताव भला न ताप का

साझा चाहे अपने बाप का ही क्यों न हो अच्छा नहीं होता और ताव (गर्मी या रोब) चाहे बुख़ार का ही क्यों न हो वो भी भला नहीं, अर्थात न तो किसी का साझा करें और न किसी का ताव सहें

आगे नाथ न पीछे पगहा सबसे भला धोबी का गदहा

जिसके आगे-पीछे कोई न हो, जिसका अपना कोई न हो, असहाय, लावारिस, अकेला

बावा भला न भय्या सब से बड़ा रूपय्या

रूपये का महत्त्व संसार में सभी चीज़ों से बढ़ कर है

बावा भला न भय्या सब से बड़ा रूपय्या

रूपये का महत्त्व संसार में सभी चीज़ों से बढ़ कर है

वो राजा मरता भला जिसमें न्याव न हो, मरी भली वो स्त्री लाज न राखे जो

अन्याय करने वाला राजा और निर्लज्ज स्त्री का मर जाना बेहतर है

भला जो चाहे आप का देना न रखे बाप का

क़र्ज़ की मुज़म्मत है अपनी भलाई चाहते हो तो बाप का भी क़र्ज़ा अदा करो

झूट चाहे भेस सच कहे में नंगा भला

झूट बोलने वाले को बहुत सी बातें बनानी पड़ती हैं, सच्चा साफ़ बात कह देता है

संदर्भग्रंथ सूची: रेख़्ता डिक्शनरी में उपयोग किये गये स्रोतों की सूची देखें .

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