खोजे गए परिणाम

सहेजे गए शब्द

"कब को" शब्द से संबंधित परिणाम

कब को

کِس وقت ، کب.

बुढ़िया को पैंठ बिना कब सरे

(तिरस्कारपूर्वक) उस बूढ़ी औरत के लिए प्रयोग किया गया है जो तमाशा देखने की शौकीन हो

शाम के मुर्दे को कब तक रोइये

जो व्यक्ति शाम को मरे उसे दूसरे दिन जलाते हैं इस लिए परिजनों को रात भर रोना पड़ता है

हारे जुवारी को कब कल पड़ती है

हारा हुआ आदमी चैन से नहीं बैठता उसे हर वक़्त बदला लेने की ख़्वाहिश रहती है

मैं कब कहूँ तीरे बेटे को मिर्गी आती है

कोई बात प्रत्यक्ष रूप से छुपाना परंतु बहाने से जता देना

शाम के मुर्दे को कब तक रोए शेवन करें

उम्र भर के झगड़े की कहाँ तक शिकायत की जाये

जिस को हराम के टुकरों का मज़ा लगा, उस से मेहनत कब हो सके

जिस को बैठे बिठाए खंए को मिले इस से मेहनत नहीं हो सकती

क़द्र उल्लू की उल्लू जानता है, हुमा कब चुग़द को पहचानता है

विशेषज्ञ या निपुण व्यक्ति के गुण-ग्राहक उसके मान-सम्मान से अनभिज्ञ नहीं होते, गुण-ग्राहक ही सम्मान करता है दूसरे को क्या पता

क़द्र उल्लू की उल्लू जानता है, हुमा को कब चुग़द पहचानता है

विशेषज्ञ या निपुण व्यक्ति के गुण-ग्राहक उसके मान-सम्मान से अनभिज्ञ नहीं होते, गुण-ग्राहक ही सम्मान करता है दूसरे को क्या पता

सोते को सोता कब जगाता है

लापरवाह की लापरवाह क्या मदद कर सकता है

हिन्दी, इंग्लिश और उर्दू में कब को के अर्थदेखिए

कब को

kab koکَب کو

کَب کو کے اردو معانی

  • Roman
  • Urdu

فعل متعلق

  • کِس وقت ، کب.

Urdu meaning of kab ko

  • Roman
  • Urdu

  • kis vaqt, kab

खोजे गए शब्द से संबंधित

कब को

کِس وقت ، کب.

बुढ़िया को पैंठ बिना कब सरे

(तिरस्कारपूर्वक) उस बूढ़ी औरत के लिए प्रयोग किया गया है जो तमाशा देखने की शौकीन हो

शाम के मुर्दे को कब तक रोइये

जो व्यक्ति शाम को मरे उसे दूसरे दिन जलाते हैं इस लिए परिजनों को रात भर रोना पड़ता है

हारे जुवारी को कब कल पड़ती है

हारा हुआ आदमी चैन से नहीं बैठता उसे हर वक़्त बदला लेने की ख़्वाहिश रहती है

मैं कब कहूँ तीरे बेटे को मिर्गी आती है

कोई बात प्रत्यक्ष रूप से छुपाना परंतु बहाने से जता देना

शाम के मुर्दे को कब तक रोए शेवन करें

उम्र भर के झगड़े की कहाँ तक शिकायत की जाये

जिस को हराम के टुकरों का मज़ा लगा, उस से मेहनत कब हो सके

जिस को बैठे बिठाए खंए को मिले इस से मेहनत नहीं हो सकती

क़द्र उल्लू की उल्लू जानता है, हुमा कब चुग़द को पहचानता है

विशेषज्ञ या निपुण व्यक्ति के गुण-ग्राहक उसके मान-सम्मान से अनभिज्ञ नहीं होते, गुण-ग्राहक ही सम्मान करता है दूसरे को क्या पता

क़द्र उल्लू की उल्लू जानता है, हुमा को कब चुग़द पहचानता है

विशेषज्ञ या निपुण व्यक्ति के गुण-ग्राहक उसके मान-सम्मान से अनभिज्ञ नहीं होते, गुण-ग्राहक ही सम्मान करता है दूसरे को क्या पता

सोते को सोता कब जगाता है

लापरवाह की लापरवाह क्या मदद कर सकता है

संदर्भग्रंथ सूची: रेख़्ता डिक्शनरी में उपयोग किये गये स्रोतों की सूची देखें .

सुझाव दीजिए (कब को)

नाम

ई-मेल

प्रतिक्रिया

कब को

चित्र अपलोड कीजिएअधिक जानिए

नाम

ई-मेल

प्रदर्शित नाम

चित्र संलग्न कीजिए

चित्र चुनिए
(format .png, .jpg, .jpeg & max size 4MB and upto 4 images)

सूचनाएँ और जानकारी प्राप्त करने के लिए सदस्यता लें

सदस्य बनिए
बोलिए

Delete 44 saved words?

क्या आप वास्तव में इन प्रविष्टियों को हटा रहे हैं? इन्हें पुन: पूर्ववत् करना संभव नहीं होगा

Want to show word meaning

Do you really want to Show these meaning? This process cannot be undone