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मिले

associated, attached, gained, met, meet

मिले हुए ज़ोर

बलों की एक श्रृंखला, क़ुव्वतों का एक सिलसिला

मिले-जुले रहना

live together in harmony

मिलेशिया-पोश

ملیشیا کے کپڑے پہننے والا ، ملیشیا پہننے والا ۔

ख़िज़र मिले

काम बन गया, लक्ष्य हासिल हो गया, मनोकामना हो गई, उम्मीद पूरी हो गई, रहनुमा मिल गया

मन-मिले

वो जो संयुक्त और संघटित हों

आठ मिले काठ, तुलसी मिले जात

आठ लकड़ियाँ मिलने से जाति बन जाती है अर्थात जाति आसानी से बन जाती है

आठ मिले काठ, तुलसी मिले जाट

आठ लकड़ियाँ मिलने से जाति बन जाती है अर्थात जाति आसानी से बन जाती है

दोस्त मिले खाते, दुश्मन मिले रोते

एक प्रकार की प्रार्थना है कि मित्र ख़ुश रहें एवं शत्रु दुखी हों

दोनों वक़्त मिले

شام کے وقت ، جھٹہٹے میں ، مغرب کے وقت ، (مجازاً) صبح کا وہ لمحہ جب رات ختم ہو کر دن شروع ہو ، یا شام کا وقت جب دن ختم ہو کر رات شروع ہونے والی ہو

उत्तम से उत्तम मिले, मिले नीच से नीच

हर वस्तु अपने वर्ग अथवा लिंग की तरफ़ प्रवृत्ति होती है, बड़ा बड़े की तरफ़ और छोटा छोटे की तरफ़

सब कोई मिले पर लंगोटिया न मिले

निकट संबंधी मित्र बहुत नि:संकोच हो कर बात करता है इस लिए न मिले तो बेहतर है क्यूँकि वो सब पोल खोल देगा

माया से माया मिले, मिले नीच से नीच, पानी से पानी मिले, मिले कीच से कीच

माया से माया मिले , मिले नीच से नीच , पानी से पानी मिले , मिले कीच से कीच

सब कोई मिले, लंगोटिया न मिले

निकट संबंधी मित्र बहुत नि:संकोच हो कर बात करता है इस लिए न मिले तो बेहतर है क्यूँकि वो सब पोल खोल देगा

घर बैठे ख़िज़्र मिले

दिल की कामना पूरी हुई, जिसकी खोज थी मिल गया

मुँह माँगी मुराद मिले

फ़क़ीरों की दुआ, इच्छा अनुसार काम हो जाए

अन माँगे मोती मिले, माँगे मिले न भीक

अक्सर बिना मेहनत और तलाश के बड़ा काम बन जाता है और कभी कभी मामूली सा काम भी मेहनत के बावजूद नहीं बनता

पानी से पाने मिले , मिले कीच से कीच

जिन्स बजानिब जिन्स राग़िब होती है, जैसा ख़ुद होता है वेसों ही से मिलता है, शरीफ़ शरीफ़ से और कमीन कमीन से मेल जोल रखता है

मन मिले का मेला, चित मिले का चेला

अंदर की सफ़ाई से काम चलता है केवल बाहर की सफ़ाई से कुछ नहीं होता

पेट में घुसे तो भेद मिले

किसी के मन की बात जानना बहुत कठिन है, किसी के मन की बात उसके घनिष्ठ संपर्क में आने से ही जानी जा सकती है अर्थात जब किसी से बहुत दोस्ती हो जाए तब भेद पता चलता है

बिन माँगे मिले दूध और माँगे मिले न भीक

जो कुछ भाग्य में होता है बह बिना किसी रणनीति के मिल जाता है

बिन माँगे मिले सो दूध और माँगे मिले सो पानी

बिना सवाल के आवश्यकता पूरी हो तो क्या कहना और माँगने की आवश्यकता पड़े तो आनंद नहीं आता

मर्ज़ी मिले का सौदा

رضامندی کا معاملہ، باہم راضی ہوجانے کی ہدایت

खाते-पीते जग मिले, अवसर मिले न कोए

ख़ुशी की हालत में सब साथी या दोस्त होते हैं और परेशानी में कोई नहीं

खाने को न मिले, ख़ैर, पर नशे को मिले

मादक द्रव्यों का व्यसनी व्यक्ति भोजन की अधिक परवाह नहीं करता परंतु मादक द्रव्यों के बिना नहीं रह सकता

खाते पीते जग मिले, दूसर मिले न कोय

ख़ुशी की हालत में सब साथी या दोस्त होते हैं और परेशानी में कोई नहीं

गुरू बिन मिले न ज्ञान, भाग बिन मिले न सम्पत्ति

बिन गुरू के ज्ञान नहीं मिलता और न बिना भाग्य के धन ही मिलता है

गुर बिन मिले न ज्ञान, भाग बिन मिले न सम्पत

बगै़र उस्ताद के इलम हासिल नहीं होता और बगै़र क़िस्मत के दौलत नहीं मिलती

जमना मिले तो जमना दास , गंगा मिले तो गंगा राम

एक बात पर क़ायम ना रहना, मस्लिहत के मुताबिक़ रवैय्या बदलना, मौकापरस्ती से काम लेना

उत्तम से उत्तम मिले, मिले नीच से नीच, पानी से पानी मिले और कीच से कीच

हर वस्तु अपने वर्ग अथवा लिंग की तरफ़ प्रवृत्ति होती है, बड़ा बड़े की तरफ़ और छोटा छोटे की तरफ़

कमबख़्त गए हाट न मिले तराज़ू न मिले बाट

दुर्भाग्य आदमी का हर तरह नुक़्सान होता है सौदा लेने जाए तो दुकानदार के पास तराज़ू या बाट नहीं होते, जितना चाहे दे

आप से मिले सो दूध बराबर माँगे मिले सो पानी

बिना सवाल के आवश्यकता पूरी हो तो क्या कहना और माँगने की आवश्यकता पड़े तो आनंद नहीं आता

वहाँ मारिए जहाँ पानी न मिले

रुक : वहां गर्दन मारीए अलख

अरे मिले करना

ऊपर के दिल से हाँ में हाँ मिला कर टालना

तेवर मिले होना

اندازِ نگاہ سے آثارِ کدورت وناگواری ظاہر ہونا

आप मिले सो दूध बराबर माँगे मिले सो पानी, कहे कबीर वो रक्त बराबर जा में ईंचा-तानी

बिना सवाल के आवश्यकता पूरी हो तो क्या कहना और माँगने की आवश्यकता पड़े तो आनंद नहीं आता

आँख फड़के दहनी माँ मिले या बहनी, आँख फड़के बाईं बीर मिले या साईं

बाएँ आँख फड़के तो पति या पत्नि से भेंट होती है और दाएँ आँख फड़कने पर माँ या बहन से

वहाँ गर्दन मारिये जहाँ पानी न मिले

(संकेतात्मक) बहुत ही कठोर दंड देना चाहिए, किसी व्यक्ति के अपराध को सुनकर लोग सुझाव के रूप में कहते हैं

गर्दन वहाँ मारे जहाँ पानी न मिले

थोड़ा भी दया के क़ाबिल, योग्य नहीं है, अत्याचारी दुष्ट और भ्रष्ट आदमी के संबंध में कहते हैं

उनके न मिले की कुसल है

दुश्मन से मुक़ाबला नहीं हुआ इस वास्ते बच गए, दुश्मन के सामने नहीं होना चाहिए इसी में बचाव है

वहाँ लटका के मारे जहाँ पानी न मिले

रुक : वहां गर्दन मारीए अलख

भूक गए भोजन मिले जाड़ा जात गए क़बाई जोबन गए तुरया मिले तीनों देव बहाए

वक़्त गुज़रने पर जब ज़रूरत पूरी हो तो कहते हैं

सरकार से मिले तेल, पल्ले ही में मेल

सरकार से जो मिले ले लेना चाहिये

कम्बख़्त गए हाट, तराज़ू मिले न बाट

बदक़िस्मत की नाकामी की हालत में बोलते हैं

भूक गए भोजन मिले जाड़ा जात गए क़बाई जोबन गए तुरया मिले तीनों देव बहाई

वक़्त गुज़रने पर जब ज़रूरत पूरी हो तो कहते हैं

ला वारिस बच्चा जो पड़ा हुआ मिले

foundling

बिन माँगे मोती मिलें और माँगे मिले न मूत

जो कुछ भाग्य में होता है बह बिना किसी रणनीति के मिल जाता है

बिन माँगे मोती मिलें और माँगे मिले न भीक

जो कुछ भाग्य में होता है बह बिना किसी रणनीति के मिल जाता है

रोगी से रोगी मिले कहे कि नीम खा नीम

जब रोगी आदमी इकट्ठे होते हैं तो एक दूसरे को दवाईयाँ बताते हैं

भैंसा भैंसों में मिले या क़साई के बंधे गले

रुक : भैंसा भैंसों में या कसाई के खूंटे

खाने को न मिले खली, नाम को बख़्त बली

नाम बड़ा दर्शन छोटे, नाम हालात के बिल्कुल उल्टा

पत्थर पूजे हर मिले तो मैं पूजूँ पहाड़

अगर ख़ुशामद से कार बरारी होसके तो में निहायत ख़ुशामदी बिन जाऊं

बाप को आटा न मिले जो ईंधन को भेजे

कोई स्थिति न बन जाए कि काम करना पड़े, सुस्त और आलसी के बारे में उपयोग किया जाता है

जिसे खाने को मिले यूँ, वो कमाने को जाए क्यूँ

जिसे परिश्रम के बिना सब कुछ कुछ मिले उसे परिश्रम करने की क्या आवश्यकता है

घर में जो शहद मिले तो काहे बन को जाएँ

अगर बगै़र मेहनत मशक्कत के रोज़ी मिले तो दौड़ धूप की ज़रूरत क्यों पड़े

रले मिले पंचों रहे, जान जाए पर सच न कहे

पंचायत के साथ मेल-जोल रखना चाहिए चाहे झूठ ही बोलना पड़े

माया को माया मिले कर कर लम्बे हाथ, तुलसी दास गरीब की कोई न पूछे बात

धन को धन खींचता है

पीपल पूजन मैं चली निगम बोध के घाट, पीपल पूजत पी मिले एक पंथ दो काज

अच्छे काम करने में लाभ ही होता है पीपल को पूजने गई तो प्रीतम भी मिल गया

पीपल पूजन मैं चली गलम बोध के घाट, पीपल पूजत पी मिले एक पंथ दो काज

अच्छे काम करने में लाभ ही होता है पीपल को पूजने गई तो प्रीतम भी मिल गया

हिन्दी, इंग्लिश और उर्दू में मिले के अर्थदेखिए

मिले

mileمِلے

वज़्न : 12

English meaning of mile

  • associated, attached, gained, met, meet

खोजे गए शब्द से संबंधित

मिले

associated, attached, gained, met, meet

मिले हुए ज़ोर

बलों की एक श्रृंखला, क़ुव्वतों का एक सिलसिला

मिले-जुले रहना

live together in harmony

मिलेशिया-पोश

ملیشیا کے کپڑے پہننے والا ، ملیشیا پہننے والا ۔

ख़िज़र मिले

काम बन गया, लक्ष्य हासिल हो गया, मनोकामना हो गई, उम्मीद पूरी हो गई, रहनुमा मिल गया

मन-मिले

वो जो संयुक्त और संघटित हों

आठ मिले काठ, तुलसी मिले जात

आठ लकड़ियाँ मिलने से जाति बन जाती है अर्थात जाति आसानी से बन जाती है

आठ मिले काठ, तुलसी मिले जाट

आठ लकड़ियाँ मिलने से जाति बन जाती है अर्थात जाति आसानी से बन जाती है

दोस्त मिले खाते, दुश्मन मिले रोते

एक प्रकार की प्रार्थना है कि मित्र ख़ुश रहें एवं शत्रु दुखी हों

दोनों वक़्त मिले

شام کے وقت ، جھٹہٹے میں ، مغرب کے وقت ، (مجازاً) صبح کا وہ لمحہ جب رات ختم ہو کر دن شروع ہو ، یا شام کا وقت جب دن ختم ہو کر رات شروع ہونے والی ہو

उत्तम से उत्तम मिले, मिले नीच से नीच

हर वस्तु अपने वर्ग अथवा लिंग की तरफ़ प्रवृत्ति होती है, बड़ा बड़े की तरफ़ और छोटा छोटे की तरफ़

सब कोई मिले पर लंगोटिया न मिले

निकट संबंधी मित्र बहुत नि:संकोच हो कर बात करता है इस लिए न मिले तो बेहतर है क्यूँकि वो सब पोल खोल देगा

माया से माया मिले, मिले नीच से नीच, पानी से पानी मिले, मिले कीच से कीच

माया से माया मिले , मिले नीच से नीच , पानी से पानी मिले , मिले कीच से कीच

सब कोई मिले, लंगोटिया न मिले

निकट संबंधी मित्र बहुत नि:संकोच हो कर बात करता है इस लिए न मिले तो बेहतर है क्यूँकि वो सब पोल खोल देगा

घर बैठे ख़िज़्र मिले

दिल की कामना पूरी हुई, जिसकी खोज थी मिल गया

मुँह माँगी मुराद मिले

फ़क़ीरों की दुआ, इच्छा अनुसार काम हो जाए

अन माँगे मोती मिले, माँगे मिले न भीक

अक्सर बिना मेहनत और तलाश के बड़ा काम बन जाता है और कभी कभी मामूली सा काम भी मेहनत के बावजूद नहीं बनता

पानी से पाने मिले , मिले कीच से कीच

जिन्स बजानिब जिन्स राग़िब होती है, जैसा ख़ुद होता है वेसों ही से मिलता है, शरीफ़ शरीफ़ से और कमीन कमीन से मेल जोल रखता है

मन मिले का मेला, चित मिले का चेला

अंदर की सफ़ाई से काम चलता है केवल बाहर की सफ़ाई से कुछ नहीं होता

पेट में घुसे तो भेद मिले

किसी के मन की बात जानना बहुत कठिन है, किसी के मन की बात उसके घनिष्ठ संपर्क में आने से ही जानी जा सकती है अर्थात जब किसी से बहुत दोस्ती हो जाए तब भेद पता चलता है

बिन माँगे मिले दूध और माँगे मिले न भीक

जो कुछ भाग्य में होता है बह बिना किसी रणनीति के मिल जाता है

बिन माँगे मिले सो दूध और माँगे मिले सो पानी

बिना सवाल के आवश्यकता पूरी हो तो क्या कहना और माँगने की आवश्यकता पड़े तो आनंद नहीं आता

मर्ज़ी मिले का सौदा

رضامندی کا معاملہ، باہم راضی ہوجانے کی ہدایت

खाते-पीते जग मिले, अवसर मिले न कोए

ख़ुशी की हालत में सब साथी या दोस्त होते हैं और परेशानी में कोई नहीं

खाने को न मिले, ख़ैर, पर नशे को मिले

मादक द्रव्यों का व्यसनी व्यक्ति भोजन की अधिक परवाह नहीं करता परंतु मादक द्रव्यों के बिना नहीं रह सकता

खाते पीते जग मिले, दूसर मिले न कोय

ख़ुशी की हालत में सब साथी या दोस्त होते हैं और परेशानी में कोई नहीं

गुरू बिन मिले न ज्ञान, भाग बिन मिले न सम्पत्ति

बिन गुरू के ज्ञान नहीं मिलता और न बिना भाग्य के धन ही मिलता है

गुर बिन मिले न ज्ञान, भाग बिन मिले न सम्पत

बगै़र उस्ताद के इलम हासिल नहीं होता और बगै़र क़िस्मत के दौलत नहीं मिलती

जमना मिले तो जमना दास , गंगा मिले तो गंगा राम

एक बात पर क़ायम ना रहना, मस्लिहत के मुताबिक़ रवैय्या बदलना, मौकापरस्ती से काम लेना

उत्तम से उत्तम मिले, मिले नीच से नीच, पानी से पानी मिले और कीच से कीच

हर वस्तु अपने वर्ग अथवा लिंग की तरफ़ प्रवृत्ति होती है, बड़ा बड़े की तरफ़ और छोटा छोटे की तरफ़

कमबख़्त गए हाट न मिले तराज़ू न मिले बाट

दुर्भाग्य आदमी का हर तरह नुक़्सान होता है सौदा लेने जाए तो दुकानदार के पास तराज़ू या बाट नहीं होते, जितना चाहे दे

आप से मिले सो दूध बराबर माँगे मिले सो पानी

बिना सवाल के आवश्यकता पूरी हो तो क्या कहना और माँगने की आवश्यकता पड़े तो आनंद नहीं आता

वहाँ मारिए जहाँ पानी न मिले

रुक : वहां गर्दन मारीए अलख

अरे मिले करना

ऊपर के दिल से हाँ में हाँ मिला कर टालना

तेवर मिले होना

اندازِ نگاہ سے آثارِ کدورت وناگواری ظاہر ہونا

आप मिले सो दूध बराबर माँगे मिले सो पानी, कहे कबीर वो रक्त बराबर जा में ईंचा-तानी

बिना सवाल के आवश्यकता पूरी हो तो क्या कहना और माँगने की आवश्यकता पड़े तो आनंद नहीं आता

आँख फड़के दहनी माँ मिले या बहनी, आँख फड़के बाईं बीर मिले या साईं

बाएँ आँख फड़के तो पति या पत्नि से भेंट होती है और दाएँ आँख फड़कने पर माँ या बहन से

वहाँ गर्दन मारिये जहाँ पानी न मिले

(संकेतात्मक) बहुत ही कठोर दंड देना चाहिए, किसी व्यक्ति के अपराध को सुनकर लोग सुझाव के रूप में कहते हैं

गर्दन वहाँ मारे जहाँ पानी न मिले

थोड़ा भी दया के क़ाबिल, योग्य नहीं है, अत्याचारी दुष्ट और भ्रष्ट आदमी के संबंध में कहते हैं

उनके न मिले की कुसल है

दुश्मन से मुक़ाबला नहीं हुआ इस वास्ते बच गए, दुश्मन के सामने नहीं होना चाहिए इसी में बचाव है

वहाँ लटका के मारे जहाँ पानी न मिले

रुक : वहां गर्दन मारीए अलख

भूक गए भोजन मिले जाड़ा जात गए क़बाई जोबन गए तुरया मिले तीनों देव बहाए

वक़्त गुज़रने पर जब ज़रूरत पूरी हो तो कहते हैं

सरकार से मिले तेल, पल्ले ही में मेल

सरकार से जो मिले ले लेना चाहिये

कम्बख़्त गए हाट, तराज़ू मिले न बाट

बदक़िस्मत की नाकामी की हालत में बोलते हैं

भूक गए भोजन मिले जाड़ा जात गए क़बाई जोबन गए तुरया मिले तीनों देव बहाई

वक़्त गुज़रने पर जब ज़रूरत पूरी हो तो कहते हैं

ला वारिस बच्चा जो पड़ा हुआ मिले

foundling

बिन माँगे मोती मिलें और माँगे मिले न मूत

जो कुछ भाग्य में होता है बह बिना किसी रणनीति के मिल जाता है

बिन माँगे मोती मिलें और माँगे मिले न भीक

जो कुछ भाग्य में होता है बह बिना किसी रणनीति के मिल जाता है

रोगी से रोगी मिले कहे कि नीम खा नीम

जब रोगी आदमी इकट्ठे होते हैं तो एक दूसरे को दवाईयाँ बताते हैं

भैंसा भैंसों में मिले या क़साई के बंधे गले

रुक : भैंसा भैंसों में या कसाई के खूंटे

खाने को न मिले खली, नाम को बख़्त बली

नाम बड़ा दर्शन छोटे, नाम हालात के बिल्कुल उल्टा

पत्थर पूजे हर मिले तो मैं पूजूँ पहाड़

अगर ख़ुशामद से कार बरारी होसके तो में निहायत ख़ुशामदी बिन जाऊं

बाप को आटा न मिले जो ईंधन को भेजे

कोई स्थिति न बन जाए कि काम करना पड़े, सुस्त और आलसी के बारे में उपयोग किया जाता है

जिसे खाने को मिले यूँ, वो कमाने को जाए क्यूँ

जिसे परिश्रम के बिना सब कुछ कुछ मिले उसे परिश्रम करने की क्या आवश्यकता है

घर में जो शहद मिले तो काहे बन को जाएँ

अगर बगै़र मेहनत मशक्कत के रोज़ी मिले तो दौड़ धूप की ज़रूरत क्यों पड़े

रले मिले पंचों रहे, जान जाए पर सच न कहे

पंचायत के साथ मेल-जोल रखना चाहिए चाहे झूठ ही बोलना पड़े

माया को माया मिले कर कर लम्बे हाथ, तुलसी दास गरीब की कोई न पूछे बात

धन को धन खींचता है

पीपल पूजन मैं चली निगम बोध के घाट, पीपल पूजत पी मिले एक पंथ दो काज

अच्छे काम करने में लाभ ही होता है पीपल को पूजने गई तो प्रीतम भी मिल गया

पीपल पूजन मैं चली गलम बोध के घाट, पीपल पूजत पी मिले एक पंथ दो काज

अच्छे काम करने में लाभ ही होता है पीपल को पूजने गई तो प्रीतम भी मिल गया

सूचनार्थ: औपचारिक आरंभ से पूर्व यह रेख़्ता डिक्शनरी का बीटा वर्ज़न है। इस पर अंतिम रूप से काम जारी है। इसमें किसी भी विसंगति के संदर्भ में हमें dictionary@rekhta.org पर सूचित करें। या सुझाव दीजिए

संदर्भग्रंथ सूची: रेख़्ता डिक्शनरी में उपयोग किये गये स्रोतों की सूची देखें .

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